सह-प्राध्यापक (हिन्दी) और अध्यक्ष, ‘भारतीय भाषा केन्द्र (हिन्दी, उर्दू)’
शिक्षा : ‘एम.ए.’ (हिन्दी), 1999 ई., ‘काशी हिन्दू विश्वविद्यालय’ (वाराणसी) । ‘एम.ए.’ में स्वर्णपदक-प्राप्त । ‘पी-एच.डी.’ (हिन्दी), 2004 ई., ‘काशी हिन्दू विश्वविद्यालय’ (वाराणसी) (शोध-विषय :- ‘हिन्दी के प्रमुख व्याकरणों का समीक्षात्मक अनुशीलन’) ।
विशेषज्ञता :
अनुभव :
  1. हिन्दी-व्याकरण और भाषाशास्त्र’
  2. स्त्री और लिंग (ज़ेण्डर) अध्ययन’
भाषाशास्त्र, काव्यशास्त्र, हाशिये की वैचारिकी (खासकर स्त्री-विमर्श) से सम्बद्ध शोध और आलोचनात्मक लेखन ।
  1. हिन्दी-व्याकरण के नवीन क्षितिज’, ‘समान्तर दृष्टि की राह’, ‘जनसंख्या-समस्या के स्त्रीपाठ के रास्ते...’ । सम्पादित पुस्तकें - 2, पुस्तक में अध्याय-लेखन-2.
  2. ‘भारतीय भाषा परिषद्’ (कोलकाता) द्वारा प्रकाशनाधीन ‘हिन्दी-साहित्य कोश’ (चार खण्ड) के लिए 25 प्रविष्टियों का लेखन ।
  3. • ‘एन.सी.ई.आर.टी.’(दिल्ली) द्वारा निर्मित पाठ्य/सन्दर्भ-पुस्तकों के लिए विषय-विशेषज्ञ के रूप में पाठ-लेखन/संपादन।
  4. चेतांशी’ पत्रिका (पटना) में भाषा और स्त्री के सम्बन्ध पर ‘आधी भाषा’ नाम से कॉलम-लेखन।