सीयूएसबी के महिला छात्रावास ‘मैत्रेयी सदन’ के नए छात्राओं के लिए परिचय समारोह का आयोजन
- Posted by pro@cub.ac.in
- Categories Student Academic Highlights
- Date October 31, 2023
दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के महिला छात्रावास ‘मैत्रेयी सदन’ की नई छात्राओं के लिए 16 अक्टूबर 2023 को परिचय समारोह का आयोजन किया गया। जन सम्पर्क पदाधिकारी (पीआरओ) मो. मुदस्सीर आलम ने बताया कि कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन चीफ वार्डन लेफ्टिनेंट (डॉ) प्रज्ञा गुप्ता के नेतृत्व में विवेकानंद सभागार में किया गया | इस अवसर पर कुलपति महोदय के साथ-साथ डीएसडब्ल्यू प्रो. पवन कुमार मिश्रा, छात्रावास समन्वयक, प्रो. किरण कुमारी, प्रॉक्टर प्रो. प्रणव कुमार, एंटी रेग्गिंग सेल नोडल अधिकारी डॉ. जावेद अहसन एवं गर्ल्स हॉस्टल की छात्राएं मौजूद थे
कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलन एवं स्वागत गान से हुआ। चीफ वार्डन लेफ्टिनेंट (डॉ) प्रज्ञा गुप्ता ने कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि परिचय समारोह का आयोजन का उद्देश्य नवागंतुक छात्राओं को छात्रावास के नियमों, स्वीकार्य आचरण एवं विश्वविद्यालय की संस्कृति से अवगत कराना है| उन्होंने कहा कि इस परिचय समारोह से छात्राएं खुद को विश्वविद्यालय में सहज महसूस करेंगी।
अपने संबोधन में कुलपति प्रो. के. एन. सिंह ने विद्यार्थी जीवन में अनुशासन की महत्ता को समझाया और कहा कि अनुशासन जीवन को सशक्त बनाता है। उन्होंने कहा की विद्यार्थी जीवन साधना का समय है न की साधन संग्रह का I कुलपति ने पठन-पाठन एवं संयमित जीवन शैली के महत्व को समझाते हुए कहा कि संपूर्ण विकास के लिए विद्यार्थियों को शैक्षणिक गतिविधियों के साथ साथ खेलकूद एवं सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेना चाहिए। कुलपति ने कहा कि करियर निर्माण का मुख्य ध्येय देश एवं सेवा होना चाहिए | प्रॉक्टर प्रो. प्रणव कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय उनके हर समस्या का निराकरण के लिए सदैव तत्पर है किसी प्रकार की दिक्कत हो वो कभी भी आकर अपनी बात रख सकते हैं।डीएसडब्ल्यू प्रो. पवन मिश्रा ने विश्वविद्यालय के विभिन्न आयामों एवं प्रशासनिक इकाइयों से परिचय करवाते हुए अनुशासन में रहकर कर्तव्यों का निर्वहन करने की बात कहीं। कार्यक्रम में आए अतिथि ने अपने विचारों से छात्राओं का मार्गदर्शन किया | कार्यक्रम का समापन बनाजा प्रकाशिनी, शोधार्थी पर्यावरण विज्ञान के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन से किया गया I
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